Aditya Neerav

Aditya Neerav Lives in Hazaribagh, Jharkhand, India

"लिखते रहना ही कवि कि जिंदगी है कुछ ना लिखना मृत्यु समान होता है"

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White एकाकीपन में कभी खुद को महसूस करना जिसे तुमने खो दिया है... ©Aditya Neerav

#विचार #feel🍁  White एकाकीपन में 
कभी खुद को 
महसूस करना 
जिसे तुमने खो दिया है...

©Aditya Neerav

#feel🍁

13 Love

White कोई वक्त दे आपको बड़ी बात है यारों फुर्सत के पल अब कहाँ किसी के पास ©Aditya Neerav

#विचार #Thinking  White कोई वक्त दे आपको बड़ी बात है यारों 
फुर्सत के पल अब कहाँ किसी के पास

©Aditya Neerav

#Thinking

10 Love

White गिरती हुई बूंद से कभी पूछा है क्या ? कहां गिरोगी तुम ! धरती पर,पहाड़ों में नदी में,नालों में पेड़ के पत्तों पर फूलों में कोई ऊंच-नीच का भेद नहीं प्रकृति का ऐसा अद्भुत मेल बूँदे गिरती हैं व गिरती ही रहेंगी बारिश के पानी में कहीं कोई भेद नज़र आए तो कहना... ©Aditya Neerav

#कविता #rain❤  White  गिरती हुई बूंद से 
कभी पूछा है क्या ?
कहां गिरोगी तुम !
धरती पर,पहाड़ों में
नदी में,नालों में
पेड़ के पत्तों पर फूलों में
कोई ऊंच-नीच का भेद नहीं
प्रकृति का ऐसा अद्भुत मेल 
बूँदे गिरती हैं व गिरती ही रहेंगी 
बारिश के पानी में 
कहीं कोई भेद नज़र आए तो कहना...

©Aditya Neerav

#rain❤

15 Love

White अचानक से उठा मन में एक सवाल विलुप्त हो रहे जीव जंतुओं की तरह क्या प्रेम भी एक दिन सृष्टि से विलुप्त हो जाएगा...? नहीं प्रेम का विलुप्त होना भयावह हो जाएगा क्योंकि एक प्रेम ही तो है जो सबको अपने धागे में मनके की तरह पिरोए हुए हैं ©Aditya Neerav

#alone_sad_shayri #विचार  White अचानक से उठा 
मन में एक सवाल
विलुप्त हो रहे 
जीव जंतुओं की तरह 
क्या प्रेम भी 
एक दिन सृष्टि से 
विलुप्त हो जाएगा...?
नहीं
प्रेम का विलुप्त होना
भयावह हो जाएगा
  क्योंकि
एक प्रेम ही तो है
जो सबको अपने धागे में 
मनके की तरह पिरोए हुए हैं

©Aditya Neerav

White पेड़ों की झुरमुट में छिपा चांद भी शरमा गया लिखूं तुझ पर क्या वह तो पहले ही घबरा गया ©Aditya Neerav

#शायरी #moonlight  White पेड़ों की झुरमुट में छिपा चांद भी शरमा गया
लिखूं तुझ पर क्या वह तो पहले ही घबरा गया

©Aditya Neerav

#moonlight

10 Love

White बंद किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगे गिरती हुई बूंद संगीत के तराने लगे खिड़की खुली तो हवा झोंका आया सुखद एहसास मेरे अंदर समाने लगे ©Aditya Neerav

#शायरी #rain_love  White बंद किताब के पन्ने फड़फड़ाने लगे 
गिरती हुई बूंद संगीत के तराने लगे
खिड़की खुली तो हवा झोंका आया 
सुखद एहसास मेरे अंदर समाने लगे

©Aditya Neerav

#rain_love

10 Love

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