वह मेरा एक ख्वाब है जिसे मैं पा नहीं सकता...
चिराग चाहे जितना रोशन हो सूरज जैसा नहीं चमक सकता...
और उसे खोने से डर लगता है,
शायद इसलिए भी मैं अपने दिल की बात उसे बता नहीं सकता!
दिल में दर्द छुपा के रखा है खोल दूं क्या...
तुम्हें नींद नहीं आ रही थोड़ा टटोल दो क्या,
और मैंने आज तक उससे अपने दिल की बात ना कहीं....
तुम कहो तो बोल दूं क्या!
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