ना उसको कभी पा सके ना उसको कभी
खोया गया।
मौत मुझे आई नही ना चेन से कभी सोया
गया।
तुम्हे क्या मालूम बिछड़कर जीना कैसा है
ना खुलकर कभी मुस्कुरा सके ना जी भर के
कभी रोया गया।....wahid Khan
हो सके तो आवाज दे कोई।
हो सके तो पुकार ले कोई।
और ये इश्क है जनाब यहां सबके अपने अपने
उसूल है
कोई किसी को दो पल में भूल जाता है
तो किसी के इंतजार में तमाम उम्र गुजार दे
कोई
wahid Khan...#zabaneishq
हो सके तो आवाज दे कोई।
हो सके तो पुकार ले कोई।
और ये इश्क है जनाब यहां सबके अपने अपने
उसूल है
कोई किसी को दो पल में भूल जाता है
तो किसी के इंतजार में तमाम उम्र गुजार दे
कोई
wahid Khan...#zabaneishq
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