"मैं"...
कहीं दूर..
किसी शहर में...
अपने कमरे में...
आधी रात को,,
वो हर एक Message पढ़कर,
तुम्हे याद करूँ...
फिर वो Message, Delete कर दूँ..
उसका कभी कोई जवाब नहीं आएगा..
तुम महसूस करो दिल का टूटना,
अकेलेपन में रोना..
किसी से कुछ न कह पाने की बेबसी..
सारे काम ज़बरदस्ती लगने लगे,
बस हर वक़्त किसी नशे की ज़रूरत लगे,
नींद की गोलियां भी
किसी काम की न रह जाएं..
हर वक़्त..
सोते जागते,मुझे याद करो..
बस मैं ही हर वक़्त
तुम्हारे दिमाग में रहूँ...
उस वक़्त...
जब ये सब हो..
शायद तुम्हे समझ आये..
कि तुम कितने गलत थे...
तुमने क्या किया..?
और तुम्हे क्या मिला था..?
और तुमने क्या खो दिया...?
तब तुम्हें समझ आएगा...
मैं किस हाल में था.....
मैं ये सब चाहता हूँ..
हाँ..सच में..
पर ये सच है..
आज भी तुम्हारी
हर Call और Message को
बड़ी मुश्किल से Ignore कर पाता हूँ..
आज भी हर WhatsApp Dp
Save कर लेता हूँ..
आज भी तुम्हे
Online देखने के लिए
Mobile देखता हूँ..
पर कभी कोई Message नहीं करता हूँ...
न ही करूंगा.....
क्योंकि मैं चाहता हूँ..
तुम एक बार महसूस कर सको..
वो सब
जो मैं करता हूँ...!!!
The End..🙏🙏
©R Rahul
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