करना ऐतबार तुम्हारी दुनिया से कट रहे हैं
कोई नहीं है और तुम्हारी दुनिया से कट रहे हैं
हर तरफ़ रंजिश हर तरफ़ नफ़रत, अजीब है वहशत
दिल है मिरा कमज़ोर,तुम्हारी दुनिया से कट रहे हैं
नफ़रतों से बहुत दूर एक नई दुनिया की खोज में
अच्छाई है मेरा इंतज़ार, तुम्हारी दुनिया से कट रहे हैं
पहचान हो ना सकी सो मात खाते रहे हम
अभी काबिल नहीं हम, तुम्हारी दुनिया से कट रहे हैं।
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