English
खुद को मैं कभी शायर नहीं कहूंगा, बस अपने शब्दों की बदौलत आपके दिल में रहूंगा ।
छोड़ दिया उसे अपनी मोहब्बत जान कर वो फिर कभी ना मिला मुझे मरा जान कर । उसकी आदत ऐसी लगी थी मुझे दस्तक मौत ने दी मैंने खोल दिया दर उसको जान कर। ©shivesh pandit
shivesh pandit
13 Love
White आखिरी मुलाक़ात है ये, आखिरी है बात आखिरी सांस है ये, आखिरी है रात। लौट ना अऊँगा फिर पास तुम्हारे दिल खोल के कहना अपने सारे ज़ज़्बात। ©shivesh pandit
11 Love
White गाँव के वो पीपल बरगद और नीम की छाँव नदियों के हिलोरे और भील की नाँव अपनी सभी यादों से तुम्हे सुकल्पीत करता हूँ प्रिय भारत एक पत्र तुम्हे समर्पित करता हूँ। ©shivesh pandit
White उठ उठ कर चाँद रातों में शराब पीना तेरी जुदाई के दर्द से टूटे दिल संग जीना तेरी वफ़ाओ के किस्से तेरी बेवफाई से कम है तेरी बेवफाईयों पे भी हंस के तुझ संग जीना मैंने सिख लिया है। ©shivesh pandit
White कटते गए दरख़्त एक एक करके सांसों की उम्र भी घटने लगी। गाँवों को उजाड़ शहर बना दिया और गाँवों की आबादी भी घटने लगी। ©shivesh pandit
White बेखुदी में यूं हूँ कुछ कहा नहीं जाता दूर तुझसे अब रहा नहीं जाता। आके सिमट जा मेरी आगोश में ये दर्द ए जुदाई अब सहा नहीं जाता। ©shivesh pandit
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