।।लड़की एक दोस्त।।
सुना था मेने भी ये शब्द की "लड़का लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते"
पर जब हुई एक लड़की से दोस्ती फिर लगा लोग तो ये शब्द बिल्कुल गलत ही है कहते।
बहुत ही प्यारी और सच्ची दोस्ती थी हमारी वो बात अलग है कि निभा ना सके हम दोस्ती पूरी।
सच्ची बात लिख रहा हूं आज मेरी मानो तो कविता , और दिल से मानो तो दोस्ती की कहानी है मेरी ।
दसवीं कक्षा की वो दोस्ती कुछ इस तरह थी की हम दोनों के दिल में दोस्ती ही सब कुछ थी, पर कुछ को लगता था कि ये तो है कुछ और बात और लडके लड़की की दोस्ती कर बारे में उनके थे कुछ बुरे खयालात, पर अब उनको कौन समझाए कि दोस्ती है वो जीवन का राग थी जिसके पीछे सारी धन दौलत बेकार थी ।
अब क्या पता किसकी नजर लगी हमारी दोस्ती को जो पूरी निभाने से पहले ही टूट गई।
पर कुछ गम नहीं है इस बात का बस लोगों की सोच को देखकर घीन आती है।
उसके बाद भी बहुत अच्छी है एक दोस्त मेरी जो मजाक में भले ही मुझे कुछ भी कहे लेकिन सोच नहीं सकती कभी मेरा बुरा ,
वो है थोड़ी नौटंकी पर दिल की है बड़ी सच्ची ओर अच्छी ,
हमेशा मुझे गलत रह पे जाने से रोकती है और झूठ बोलने पर टोकती है।
बहुत गहरी है हमारी दोस्ती वो अगर बात छुपाना भी चाहे तो भी मुझसे कुछ नहीं छुपा सकती ,
अब कुछ ज्यादा उसके बारे में कुछ कहूंगा नहीं क्युकी दोस्ती को बताया नहीं जाता सिर्फ निभाया जाता है ।।
Part_2
©J.J._poetry
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