White एक वक्त है जो बीतता नही है,
एक भरा हुआ जिम्मेदारियों का आदमी,
दर्द में भी चीखता नही है,
वो मुस्कुराता है जमाने को बताने के लिए,
वो लड़ता है जी जान से पर कभी जीतता नही है,
जमाना उसी नजरो से उसे तौलता है,
जिस नज़रों से ज़माने को अपनी बारी में बुरा लगा था,
सब साथ छोड़ दिए थे उसके,
वो जान नही पता कौन गैर कौन सगा था,
वो लड़ता है ईश्वर से,मंदिर भी जाता है,
सब बुरा के बाद भी ईश्वर से अच्छा की उम्मीद पाता है,
जो बीती वक्त के साथ उसके,
आज वर्तमान उसके कदमों पर प्रश्न कर रहा है,
उसने तब भी सही ही किया था,
जिसका आज वो कीमत भर रहा है,
वो रोता है,हंसता है परिस्थिति से लड़ने को ठानता है
पर वो शक्श हार नहीं मानता है,
क्योंकि वो हर हाल में मुस्कुराना जानता है ।
अगर सफलता अपने पर अभिमान करेगी,
तो उसे भी एक दिन असफलता को चखना होगा,
ये ऐसा पुरस्कार है ईश्वर का,
जिसे उसे नही तो अगली पीढ़ी को रखना होगा ।।
~ देववाणी
©Devraj singh rathore
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