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परिजाद हूं किसी के सपनों का। लेखक हूं कुछ पन्नो का । मुसाफ़िर हूं ज़िंदगी का।।
White ज़िन्दगी में आप तब परिपक्व बन जाते हो जब आपको सबसे अधिक प्रेम धन से होता है क्योंकि तब आपको आपके जीवन की सभी परेशानियां और लोग दूर जाते हुवे दिखेंगे तब आपको उनका हाथ थामना है जो आपके अच्छे और बुरे वक्त में सिर्फ आपके थे ©Jaydeep Goswami
Jaydeep Goswami
11 Love
White इस धनतरेस को भी सिर्फ इतनी कामनाएं है की धन की कमी से कोई भी अपनी पसंदीदा चीज न खोए ©Jaydeep Goswami
14 Love
White chale jana hai sabse durrr khud ke karib jaha me rahu apni duniya me waha koi na ho meri kamiya nikalne wala jo sirf manoranjan ke liye sath ho esa koi na ho waha bas ab kuchh din or fir chala me apne khwabo ki duniya me ©Jaydeep Goswami
White लोग मेरे गुस्से को तो समझ गए पर वो लोग मेरे प्यार को न समझे पहले कहते है कि मुझसे दूर हो जाओ फिर खुद पास आने की पहल किए है और जब मैं उनसे दूर रहने के लिए खुद को परिपक्व करता हु तब वो लोग मुझे ही बुरा भला कह जाते है न उन्होंने कभी मेरा हाल जानना चाहा न मेरे मन को समझना चाहा वो तो बस अपनी मर्ज़ी से आते है और अलविदा भी कहते है ©Jaydeep Goswami
17 Love
White कभी हाल जानो तो ख़बर हो कि क्या ग़म है। कभी साथ बैठो तो खबर हो कहा हम है। चाहूं तो मैं भी रह सकता हु हर शाम घर पर अकेले रहना मुझे पसंद नहीं था पर न जाने क्यों अब मन है। मैं अब सब कुछ छोड़ सकता हु अब मुझमें लगन है। ©Jaydeep Goswami
White सब्र का फल नहीं मिलता सब्र से पहले आपको मिलती है दुख दर्द पीड़ा और परेशानियां पर अंत में जो मिलता है उसे कहते है सुकून 😌 ©Jaydeep Goswami
12 Love
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