।।बाबा।।
घर के छत जैसे हमारे जीवन की छाया हो,
प्रकृति का अद्भुत सृष्टि आप मेरे बाबा हो।
कंधे में बिठा के मुझे दुनिया घुमाते हो,
परिवार का नियोजक आप मेरे बाबा हो।
सुख,शांति त्याग कर हमारी जिंदगी संभालते हो,
वह सरल इनसान आप मेरे बाबा हो।
ना किसी चिंता या विपत्ति जब आप साथ हो,
सारे मुश्किल दूर करते हो,आप मेरे बाबा हो।
©Aparna Nayak
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here