पहला प्यार एक आखरी बार बता रहे हैं
बार बार नहीं बताएंगे
घुटनों पर बैठ कर भी माफी मांगोगे
तो लोट कर नहीं आएंगे
ओर हां
दर्द उतना ही दो
जितना खुद सहन कर सको
वरना हमसे न केहना ये दुरिया
मिटा दो नहीं तो हम मर जायेंगे।
पहला प्यार kya likhu tujh par tu to bas ek raz hai
jise sabse chhupa kar
sunti hu tu wo saaz hai
chupke se milta hai
sapno me mere subah
uth kar dhundti hun
fir nishan tere
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