#🦁🦁 अंगराज कर्ण 🦁🦁
धन्य है कर्ण दानवीरता तुम्हारी,
स्वर्ग से देवता आये बनकर भिखारी.
अधर्म में भी कही धर्म था,
जब कौरवों संग कर्ण था.
आसान नही है खुद को कर्ण बनाना,
दुश्मन बन जाता है सारा जमाना.
अर्जुन को कौन हरा सकता है
जिसके संग स्वयं भगवान है,
यह सब जानकर भी जो युद्ध करे
वो सूर्यपुत्र कर्ण महान है.
कहो हे मात क्या अपराध हुआ
जीवनपर्यन्त ही मेरा अपमान हुआ
धर्म मित्रता का ये मैं निभा जाऊंगा
हां आज मैं रण में वीरगति पाऊंगा
©Chetan Kothariya
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