White प्रश्न:- लोग कहते है कि ऐसा क्या है उस लड़की में,
उसकी ज़िद छोड़ क्यूँ नही देते ।
जो तुम्हें भाव तक नही देती ?
उत्तर:- उसे सिर्फ लड़की समझा होता तो शायद यह ज़िद छोड़ सकता था । लेकिन वो मेरे लिये मेरी माता का वरदान है सांस छोड़ सकता हूँ लेकिन अब ये वरदान नही। भले वो साथ रहे न रहे यह उसका चुनाव है लेकिन मैं अपने वचन के साथ हमेशा रहूँगा यह मेरा "अंतिम निर्णय" है
क्यूँकि जब व्यक्ति वास्तव में प्रेम को समझ जाता है तब उसे किसी व्यक्ति के साथ होने या न होने की आसक्ति नही होती
उसका काम सिर्फ प्यार देना है, क्यूँकि वह उसके पास असीम है और वह देता रहेगा अपने सिद्धांतों पर अटल रहकर...
©कृतांत अनन्त नीरज...
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