अश्क आँखों से पी लेता हूँ
ज़ख़्म हर इस दिल का सी लेता हूँ
मैं तो एक कवि हूँ शायर हूँ हर किरदार में जी लेता हूँ
दीपक सिंह आजाद
5 Love
तेरा दिल भी टुटेगा
Waqat भी तुझ से रूठेगा
अपनों का साथ भी तुझ से छूटेगा
बस डरना नहीं आगे बढ़ते जाना एक दिन तेरा भी इस दुनिया में जयघोष गूंजेगा
दीपक सिंह आजाद
तेरा दिल भी टुटेगा
Waqat भी तुझ से रूठेगा
अपनों का साथ भी तुझ से छूटेगा
बस डरना नहीं आगे बढ़ते जाना एक दिन तेरा भी इस दुनिया में जयघोष गूंजेगा
दीपक सिंह आजाद
7 Love
फ़साने कुछ कर नहीं सकते
आसमान झुक नहीं सकता
अगर तू मेहनत करे तो तू कभी रुक नहीं सकता
दीपक सिंह आजाद
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