English
जब मेरे कदमों के नीचे राह भटक रही थी,मंज़िल ने ख़ुद अपना पता मुझसे पूछा था।"
यूँ तो मैख़ाने में काफ़ी लोग पीते हैं मगर जो शराबी हैं अदब से पेश उनसे आइए ©Ghumnam Gautam
Ghumnam Gautam
13 Love
नहीं मैं डूबता तो और क्या करता मेरे यारो! न तो कश्ती समझ आई,न दरिया ही समझ आया ©Ghumnam Gautam
14 Love
White चोट लगती है,दर्द होता है मुस्कुरा पगले! तू भी ज़िंदा है मन्ज़िलों-सा यहाँ पे कुछ भी नहीं कुछ अगर है तो सिर्फ़ रस्ता है ©Ghumnam Gautam
16 Love
कोई सवाल न कर, बस शराब दे मुझको कि मेरा होश में आना बहुत ज़रूरी है ©Ghumnam Gautam
White मन्ज़िलों से वैर लेकिन रहगुज़र से इश्क़ है मैं सफ़र में हूँ मुझे केवल सफ़र से इश्क़ है ©Ghumnam Gautam
9 Love
White निसार होना न था, हो निसार बैठा हूँ ज़माने भर में फ़क़त तेरे द्वार बैठा हूँ छटांक भर ही सुकूँ बख़्श दे मेरे हमदम न जाने कब से बहुत बे-क़रार बैठा हूँ ©Ghumnam Gautam
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