दिख जायें वो अपनी गलियों में
ऐसी शाम होती ही नहीं
आप को देखें वगैर
ये आँखें रात को सोती ही नहीं
सुकूँ मिलता है आप को देख कर,
आप से बातें कर के
सच कहूं तो
हाल-ऐ-दिल कुछ ऐसा है
कि आप का ख़याल आये बिना
मेरी कोई सुबह होती ही नहीं
_पवन
Shukriya
शुक्र है उस ख़ुदा का
जिसने मुझे तुमसे मिलाया है
रहमत से उसकी
हमने अपना नया जहां बसाया है
अब और क्या मांगू उस खुद से मैं
जब वो खुद
नन्ही सी जान बन आशियाने में
आया हैं।
_पवन
ख़ामोशी
खामोशियाँ उनकी
अब भाने लगी हैं
मलाल हैं इस बात का
कि अब वो किसी और को ही
चाहने लगी हैं
कल जो कहते थे
इन आँखों से कभी दूर मत होना
आज वो ही हम से
नज़रें चुराने लगी हैं
_पवन
सफलता
कामयाबी का मंज़र
कुछ ऐसा हो
जो तुम साथ तो
फिर भय मुझको को कैसा हो
लड़खड़ाए जो क़दम
तो हाथ मेरा थाम लेना तुम
टूट नहीं सकता मैं
ऐसा हौसला मुझे देना तुम
निराशा में भी आशा
दे जाने वाली आश हो तुम
ज़िन्दगी के हर मुक़ाम को पा लूं
मेरी सफलता की प्यास
हो तुम
_पवन
Guzaarish
गुज़ारिश हैं तुझसे
कि अब दूर हैं न तूं
तो दूर ही रहना
सुना हैं आशिक़ों में
बहुत मशहूर हैं तूं
तो मशहूर ही रहना
क़समें,वादे, यादें
ये तो महज़ कुछ शब्द हैं
अग़र इश्क़ हो न कभी
तो दिल से इसे महसूस
कर के तो देख
गुज़ारिश हैं तुझसे
अब दूर है न तूं
तो दूर ही रहना
_पवन
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