।।मनोबल शक्ति ।।
” भरोसे का ना इम्तिहान ले
दिलों का रिश्ता दिलों से थाम ले
बदलाव लेकर आएगा राहों पर चल तू ना निशान देख
मंजिलें दूर नहीं विश्वास का दामन थाम ले
भरोसे का ना इम्तिहान ले ,
कड़कती धूप हो या ठंडी छांव हौसले की सांस ले
मंजिलें ना आसान होंगी तू कदमों को अपने जाम ले
जो कुछ भी राह में आए पुरस्कार समझ थाम ले
मुश्किलों का क्या है मुस्कान से वार दे
भरोसे का ना इम्तिहान ले ,
थकना नहीं हारना नहीं मनोबल का वरदान ले
बार बार गिरेगा उठ बस सफलता का नाम ले
काम कोई मुश्किल नहीं अंतर्शक्ति पर ध्यान दे
भरोसे का ना इम्तिहान ले ,
लौह पुरुष खुद को समझ कड़कती धूप में त्याग दे
हजार हथौड़े तोडे तू ना टूटने का नाम ले
मंजिलें खुद ब खुद चलकर आयेंगी तू कर्मों पर ध्यान दें
भरोसे का ना इम्तिहान ले ।।"
kànchan यादव
©Raj
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