simran sagar

simran sagar Lives in Patna, Bihar, India

kitna bhi likho kam pdta hai Dil ka Dard hai Roz bdta hai

  • Latest
  • Popular
  • Video
#ज़िन्दगी #Nightlight #love❤ #manzil #raaste #SAD  Dekho na,
 tumhare peeche bhagte bhagte kaha a gyi 
yaha raste kitne sare hai chalne ko magar
aisi koi raah nhi jise chal kar 
mai tum tak pahunch jau..

©simran sagar
#ज़िन्दगी #Bhooli_nahi  hello dear ,
mujhe pta h ki tum khush hoge mere bina aur yakeen mano mai bhi dil se yhi chahti hoon tumhare liye
magar kabhi raste m agar hum milte hai 
to itna puch lena mujhse
" kaisi ho tum"
kam se kam ye tassali to rahegi ki
" tumhe aj bhi meri parwah hai"

©simran sagar

#Bhooli_nahi

306 View

उजड़ा मकान है ये दिल मेरा इन दीवारों पे आज भी नाम है तेरा कोई इस मकान को फिर से बसा दो के टूट के गिरने लगा है ज़र्रा ज़र्रा मेरा

#Quotes #Home  उजड़ा मकान है ये दिल मेरा
इन दीवारों पे आज भी नाम है तेरा
कोई इस मकान को फिर से बसा दो
के टूट के गिरने लगा है ज़र्रा ज़र्रा मेरा

#Quotes #Home

48 Love

मुझमें तुम बसेरा कर लो मैं अंधकार तुम सवेरा कर दो मैं राहों में भटका मुसाफ़िर मंज़िल तुम हो मुझे मुकम्मल कर दो ख़्वाब मेरे सब सूखे हैं तुम आकर उन्हें सुनहरा कर दो आवाज़ तुम्हें मैं दे रहा हुं फिर चाहे सुनो या मुझे अनसुना कर दो मुझमें तुम बसेरा कर लो मैं अंधकार तुम सवेरा कर दो

#latest #Quote  मुझमें तुम बसेरा कर लो
मैं अंधकार तुम सवेरा कर दो
मैं राहों में भटका मुसाफ़िर
मंज़िल तुम हो मुझे मुकम्मल कर दो
ख़्वाब मेरे सब सूखे हैं 
तुम आकर उन्हें सुनहरा कर दो
आवाज़ तुम्हें मैं दे रहा हुं
फिर चाहे सुनो या मुझे अनसुना कर दो
मुझमें तुम बसेरा कर लो
मैं अंधकार तुम सवेरा कर दो

#Quote #latest

30 Love

हूं तो मैं एक आम सड़क मगर रात के अंधेरो में यहां होती है चमक उजालों में सब लोग यहां से गुजरते हैं चांद जब आसमान में चमक उठता है तब लोग यहां आने से डरते हैं मैं जहां तक जाता हूं तुम्हे वहां पुरानी इमारतों में दुकानें दिखेंगी तुम इन दुकानों को देख संकोच नहीं करना सीढ़ियों से ऊपर जाना तुम्हे हर कमरे में नंबर मिलेंगी यहां से शुरू होता है मेरे बदनाम होने का सफ़र जिस्म के भूके यहां चारो तरफ आते है नज़र उस लड़की का दर्द मैं समझ ना सका घर जाना चाहती थी वो मगर मजबूरियों ने जकड़ रखा छोटे कमरों में ज़िन्दगी उसकी निकल रही थी समाज में रहकर भी समाज से अलग जी रही थी अमीर हो या गरीब कोई अलग नहीं है यहां जिस्म से बंधे है लोग सब एक है यहां

#Quote  हूं तो मैं एक आम सड़क
मगर रात के अंधेरो में यहां होती है चमक
उजालों में सब लोग यहां से गुजरते हैं
चांद जब आसमान में चमक उठता है तब लोग यहां आने से डरते हैं
मैं जहां तक जाता हूं तुम्हे वहां पुरानी इमारतों में दुकानें दिखेंगी
तुम इन दुकानों को देख संकोच नहीं करना सीढ़ियों से ऊपर जाना तुम्हे हर कमरे में नंबर मिलेंगी
यहां से शुरू होता है मेरे बदनाम होने का सफ़र
जिस्म के भूके यहां चारो तरफ आते है नज़र
उस लड़की का दर्द मैं समझ ना सका
घर जाना चाहती थी वो मगर मजबूरियों ने जकड़ रखा
छोटे कमरों में ज़िन्दगी उसकी निकल रही थी
समाज में रहकर भी समाज से अलग जी रही थी
अमीर हो या गरीब कोई अलग नहीं है यहां
जिस्म से बंधे है लोग सब एक है यहां

A Short Poem On GB Road Delhi #Quote

33 Love

रात भर ना हम सोए ना आसमान रोते रहे हम साथ मेरे रोता रहा आसमान

#twoliner #Broken #nojito #words  रात भर ना हम सोए ना आसमान
रोते रहे हम साथ मेरे रोता रहा आसमान
Trending Topic