#happyholi उजड़े चमन में निहाल है होली
किसीके हिज्र में बहाल है होली
आतिशें गुलाल की उछल रही
अब रंगों से बद-हाल है होली
रंग हज़ार रखें हैं उसके थाल में
न जाने फिर क्यूंँ महाल है होली
हर किसी को मुक्कमल जहां नहीं मिलता
किसी को जमीं तो किसी को आसमां नहीं मिलता
बुने तो है कई सपने इन आंखों ने इस दिल ने
लेकिन हर किसी को उसे साकार करने का हक नहीं मिलता
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