रंजन कुमार मिश्रा

रंजन कुमार मिश्रा

जमाने से हारा नहीं मैं..... मैं तो मेहनत का राही हुँ..... दिल में प्यार, जुबाँ पर सच्चाई जिसके सजती हैं..... मैं वो कलम का सिपाही हुँ......

  • Latest
  • Popular
  • Video

चाँद बने तू मेरी, मैं तेरा ध्रुव तारा बन जाऊं कर रौशन तू धरा मेरी, मैं तेरा अम्बर चमकाऊ #शरद पूर्णिमा ©रंजन कुमार मिश्रा

#शायरी #शरद #moonnight  चाँद बने तू मेरी, मैं तेरा ध्रुव तारा बन जाऊं

कर रौशन तू धरा मेरी, मैं तेरा अम्बर चमकाऊ

#शरद पूर्णिमा

©रंजन कुमार मिश्रा

#moonnight

13 Love

हर सुबह खिले राम, नवमी वाली धूप हर बेटी में दिखे सबको, देवी वाला रूप ©रंजन कुमार मिश्रा

#कविता #navratri  हर सुबह खिले राम, नवमी वाली धूप

हर बेटी में दिखे सबको, देवी वाला रूप

©रंजन कुमार मिश्रा

#navratri

10 Love

शंख, चक्र हाथ लिए, है शेर पर सवार माँ साड़ी लाल, चूड़ी लाल, लाल है श्रृगांर माँ थाल सजा पुष्प से, है लाल भी तैयार माँ एक पल ना देर कर, लुटा दे अब दुलार माँ ©रंजन कुमार मिश्रा

#कविता #navratra  शंख, चक्र हाथ लिए, है शेर पर सवार माँ
साड़ी लाल, चूड़ी लाल, लाल है श्रृगांर माँ
थाल सजा पुष्प से, है लाल भी तैयार माँ
एक पल ना देर कर, लुटा दे अब दुलार माँ

©रंजन कुमार मिश्रा

#navratra

14 Love

जो भी लिखा है उसे लिखा है, अपने लिए कुछ रचा ही नही मैं इतना उसका हो चुका हूँ, खुद के लिए तो बचा ही नही ©रंजन कुमार मिश्रा

#कविता #aditya  जो भी लिखा है उसे लिखा है, अपने लिए कुछ रचा ही नही

मैं इतना उसका हो चुका हूँ, खुद के लिए तो बचा ही नही

©रंजन कुमार मिश्रा

#aditya&Geet

9 Love

#कविता #mohabbat  मिली है खुशियाँ ही खुशियाँ, है कोई भी गम नही

जमाने की इन राहों में, मोहब्बत भी है कम नही

इज्जत है, शोहरत है, दुआ भी है मगर सुन लो

जो तेरे साथ में रहते थे, वो हम अब हम नही

©रंजन कुमार मिश्रा

#mohabbat

86 View

#विचार #motherlove   कलम छोटी जिसके आगे मेरी
खाली मेरा शब्द-भण्डार पड़ा
मेरी माँ वो देवी है
जिसने मेरा संसार गढ़ा

नव महीने पाला कोख में मुझको
हर अंग मेरा निखारा हैं
खुद को दी है तकलीफ मगर
मेरे जीवन को सांवारा हैं
उसका ही आधार बनाकर
हूँ जीवन-पथ पर आगे बढ़ा
मेरी माँ वो देवी है
जिसने मेरा संसार गढ़ा

उसकी निश्छल आँखों में बस
बसती मेरी ही मूरत है
मैं राजदुलारा हूँ उसका
वो मेरी जरूरत है
उसके ही अरमानों पर
मेरे सपनों का जहाँन खड़ा
मेरी माँ वो देवी है
जिसने मेरा संसार गढ़ा

दुनिया पुजे राम, रहीम या योगी कोई
मेरी माँ सा दुजा कही, नही कोई
और निकाले लाख बुराइयां जमाना हम में
नही दिखती माँ को मेरी कमी कोई
उसके ही चरणों में मेरा
भूत, भविष्य, वर्तमान पड़ा
मेरी माँ वो देवी है
जिसने मेरा संसार गढ़ा

©रंजन कुमार मिश्रा

#motherlove

328 View

Trending Topic