Nand Renu Kishore

Nand Renu Kishore Lives in Kota, Rajasthan, India

unofficial poet (unpaired ē) meri kitab 👁️👁️

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#Life_experience

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हवाओं पर लिखा है मैंने , मेरा नाम तेरे नाम के संग इस दिल पे कभी न चढ़ सका किसी और का रंग पता नहीं कब तुम रुबरु होगे मेरे पैगाम से मुझे तो यहां हर कोई छेड़ता है तेरे नाम से सामना हो जब मत बताना अपने दिल का हाल हमसे दिल के किसी कोने रख लेना मेरा खत एक अजनबी समझ के

#poem  हवाओं पर लिखा है मैंने , मेरा नाम तेरे नाम के संग
इस दिल पे कभी न चढ़ सका किसी और का रंग 

पता नहीं कब तुम रुबरु होगे मेरे पैगाम से 
मुझे तो यहां हर कोई छेड़ता है तेरे नाम से 

सामना हो जब मत बताना अपने दिल का हाल हमसे 
दिल के किसी कोने  रख लेना मेरा खत एक
अजनबी समझ के

हवाओं पर लिखा है मैंने , मेरा नाम तेरे नाम के संग इस दिल पे कभी न चढ़ सका किसी और का रंग पता नहीं कब तुम रुबरु होगे मेरे पैगाम से मुझे तो यहां हर कोई छेड़ता है तेरे नाम से सामना हो जब मत बताना अपने दिल का हाल हमसे दिल के किसी कोने रख लेना मेरा खत एक अजनबी समझ के

18 Love

जख्मी भी खुद ले दर्द भी खुद सहें ऐसे प्यार को दरकिनार न करें तो क्या करें खुद को तोड़े भी हम जोड़े भी हम इस दिल को मरोड़े भी हम तो आप दफा हो ले और क्या करें

#thought  जख्मी भी खुद ले दर्द भी खुद सहें ऐसे प्यार को दरकिनार न करें तो क्या करें

खुद को तोड़े भी हम जोड़े भी हम इस दिल को मरोड़े भी हम तो आप दफा हो ले और क्या करें

जख्मी भी खुद ले दर्द भी खुद सहें ऐसे प्यार को दरकिनार न करें तो क्या करें खुद को तोड़े भी हम जोड़े भी हम इस दिल को मरोड़े भी हम तो आप दफा हो ले और क्या करें

10 Love

सिरहाने रख कर सोता हूं जो दर्द अपनो ने दिए हैं कई रातें लगा के मैंने अपने घाव सिये हैं और दर्द नहीं ले सकता के पूराने घाव अभी भरे नहीं क्या तुम इतने दर्द दे कर अभी भी तरे नहीं तुम तो अब भी ले कर खड़े हो अपने हाथ में खंजर अब बस भी करो नहीं देखा जाता अब ये मंजर।

#Life_experience  सिरहाने रख कर सोता हूं जो दर्द अपनो ने दिए हैं

कई रातें लगा के मैंने अपने घाव सिये हैं

और दर्द नहीं ले सकता के पूराने घाव अभी भरे नहीं 
  
क्या तुम इतने दर्द दे कर अभी भी तरे नहीं

तुम तो अब भी ले कर खड़े हो अपने हाथ में खंजर 

 अब बस भी करो नहीं देखा जाता अब ये मंजर।

सिरहाने रख कर सोता हूं जो दर्द अपनो ने दिए हैं कई रातें लगा के मैंने अपने घाव सिये हैं और दर्द नहीं ले सकता के पूराने घाव अभी भरे नहीं क्या तुम इतने दर्द दे कर अभी भी तरे नहीं तुम तो अब भी ले कर खड़े हो अपने हाथ में खंजर अब बस भी करो नहीं देखा जाता अब ये मंजर।

9 Love

दर्द में तुम मेरे हमेशा शामिल रहोगे सवालात ये है, दर्द दोगे तो प्यार करने के लिए कब तक काबिल रहोगे हां उलझ गए थे हम तेरे ज़ुल्फो के जाल में नहीं हमारा दिल लगता था किसी काम में दूर होकर अब दिल में सुकून सा है काम अपने करने मै एक जूनून सा है

 दर्द में तुम मेरे हमेशा शामिल रहोगे 

सवालात ये है, दर्द दोगे तो प्यार करने के लिए  कब तक काबिल रहोगे 

हां उलझ गए थे  हम तेरे ज़ुल्फो के जाल में 

नहीं हमारा दिल लगता था किसी काम में 

दूर होकर अब दिल में सुकून सा है 

काम अपने करने मै एक जूनून सा है

दर्द में तुम मेरे हमेशा शामिल रहोगे सवालात ये है, दर्द दोगे तो प्यार करने के लिए कब तक काबिल रहोगे हां उलझ गए थे हम तेरे ज़ुल्फो के जाल में नहीं हमारा दिल लगता था किसी काम में दूर होकर अब दिल में सुकून सा है काम अपने करने मै एक जूनून सा है

10 Love

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