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poet and writer..✍️ instagram - devrajsolanki04
https://youtu.be/9dQ-T4Qiw8Q
सनातन धर्म में चाय का कोई स्थान नहीं है फिर भी ये जानते हुए कि ये एक विदेशी वस्तु है, सनातनी इसका खूब स्तेमाल करते हैं। इसका सीधा मतलब ये है कि सनातनी हिन्दू लोग संसार के किसी भी देश या देश की वस्तु में भेद भाव नहीं करते,सब को अपनेपन की भावना के साथ अपनाते हैं! ©Devrajsolanki
Devrajsolanki
14 Love
White "बहुत जलाया हैं संघर्ष की आग में जिस्म को इस बार, लगता है ज़रूर मिलेगी मौत इस बार।" ©Devrajsolanki
17 Love
White "भारत में गर ईस्ट इंडिया कंपनी नहीं आती तो न आती चाय और न आता चायवाला!" ©Devrajsolanki
16 Love
White "यादें तो उन्हें सताती हैं जो अकेले होते हैं, भरी महफ़िल में लोग ख़्वाब नहीं देखते।" {काया} से ©Devrajsolanki
11 Love
"रास्ते भी जिन्दगी के अजीब से मोड़ ले आते हैं.. जहां पे चलना खत्म कर चुके थे, ये कमबख्त वहीं से दौड़ लगाते हैं..।" {नेता जी} से ©Devrajsolanki
15 Love
White निभाते नहीं जो रिश्ते अक्सर ये दिल भी उन्हीं से लग जाता है। ©Devrajsolanki
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