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Assistant Professor, Dr. Manorama & Prof. Haribhau Shankarrao Pundkar Arts, Commerce and Science College, Balapur Dist. Akola
जख्म थे तेरे दिल पर, कई वार थे; जब तुमने इसे मुझे सौपा। डर था मेरे मन मे, कई सवाल थे; जब तुम्हारे दिल को थामा। दूर रखना था दुख से इसे, खुशिया भरनी थी; प्यार बढ़ता रहा। जख्म सवाल सब मिट गए। टूटा दिल पूरी तरह से जुड़ गया। - डॉ. गणेश काकडे ©Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
10 Love
जब तुम मुझसे प्यार करने लगी तब तुमने मुझे टूटा दिल दिया। मैने उसे अपने प्यार से अब पूरी तरह से जोड लिया। - डॉ. गणेश काकडे ©Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
मूह बंद हुवा है अब आंखे पढ रही है। जुबान बंद हो गयी है अब उंगलीया बोल रही है। घर बेघर हो गए है अब दुनिया घर हो गयी है। सारा जमाना खामोश है अब बस मोबाईल का शोर है। ©Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
8 Love
तेरी प्यारी यादो को, दिल से शब्दो मे, शब्दो से कागज पर, उतारने की कोशीश कर रहीं हूं। कही मेरे साथ राज बनकर दफन ना हो जाए किसीं कब्र मे, उन्हे अमर करने को प्रयास कर रहीं हूं। ©Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
9 Love
12 Love
तेरी प्यारी यादो को, दिल से शब्दो मे, शब्दो से कागज पर, उतारने की कोशीश कर रहीं हूं। कही मेरे साथ राज बनकर दफन ना हो जाए किसीं कब्र मे, उन्हे अमर बनाने की कोशीश कर रहीं हूं। ©Dr. Ganesh Sarangdhar Kakade
11 Love
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