क्यों एक साथ एक पल में सारी उलझने सुलझ नहीं सकती मेरी
....??
क्या जरुरी है हर बार मेरा उलझ उलझ कर जीना..
खुशियां दस्तक भी देती है तो मैं खुल के जी नही पाती उन्हें।
जाने क्यों जी भरा सा रहता है..
प्यारे🙁
भैया💥
अपनी कमियों को दुनिया से छिपाइए,
परन्तु अपनी कमियाँ कभी भी स्वयं से मत छिपाइए क्योंकि
अपनी कमियाँ स्वयं से छिपाने का मतलब होता है,
अपने आप को स्वयं तबाह करना।
प्यारे🖤
किसी को प्रेम करना अलग बात है और किसी को
चाहना अलग।
क्योंकि यह जरूरी नहीं जिसे आप चाहते हों
उससे प्यार भी करते हो, मगर यह आवश्यक है
कि जिससे प्यार है उसे चाहते जरूर होगे.
प्यारे🖤
लो जी महान अमिताभ बच्चन जैसी दीवार को भी कोरोना हो गय
और यहां तुम सब हेरा फेरी करके बिना मास्क
पहने बाजार में मर्द बने घूम रहे हो
अरे सुधर जाओ कमीनो🙏🏻
बेटा ये अग्निपथ है जो घर पर रुकेगा वही शहंशाह बनेगा
नहीं तो सोच लो कहीं डॉन बनने के चक्कर में लावारिस न बन जाओ
कोई सूर्यवंशम बचाने नहीं आएगा
इसीलिए घर में रहो स्वच्छ रहो
(प्यारे)🙏🏻
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