तू हि मेरा सब कूछ हैं,
तू हि मेरा मान।।
तू हि मेरा जिवन हैं,
तू हि मेरा अभीमान।।
तूझसे हि ये श्रृष्टि हैं,
मेरे उज्जैन के महाकाल।।
जय कालौ के काल,
मेरे उज्जैन के महाकाल।।
"आरती निगम" " जय श्री महाकाल"
तू हि मेरा सब कूछ हैं,
तू हि मेरा मान।।
तू हि मेरा जिवन हैं,
तू हि मेरा अभीमान।।
तूझसे हि ये श्रृष्टि हैं,
मेरे उज्जैन के महाकाल।।
जय कालौ के काल,
मेरे उज्जैन के महाकाल।।
"आरती निगम" " जय श्री महाकाल"
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किसी को चाहा था,
जान से ज्यादा माना था।।
एक झटके में सब खत्म हो गया,
एक सपना था जो चकनाचूर हो गया।।
"आरती निगम"
जिन्दगी में कौइ भी फैसला,
दिल और दिमाग दोनो से लेना चाहिये।।
क्योकी,
दिल और दिमाग दोनो से सोच कर लिये गये फैेसले कभी गलत नहीं होते।।😊
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mammy papa ki hu unki rahugi ,
pane ki jid na kro dosto ,
koi saman nhi hu jo aao or kharid kr lejao ,
mammy papa ki hu humesha unki ki hi rahugi ,
aaye bade humko pane wale....।।
"aarti nigam "
mammy papa ki hu unki rahugi ,
pane ki jid na kro dosto ,
koi saman nhi hu jo aao or kharid kr lejao ,
mammy papa ki hu humesha unki ki hi rahugi ,
aaye bade humko pane wale....।।
"aarti nigam "
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😊प्यारी सी smile रखती हूं,
❤दिल हमेशा साफ रखती हूं।।
जो दिल में आता हैं मुह पर बोल देती हूं,
शायद इसी लिए सबको बुरी लगती हूं।।
"आरती निगम"
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