रास्ता ये मोहब्बत का आसान नहीं हैं ,
कहा था ना, साथ चलना आसान नहीं हैं।
बसाया तुमको जिस्म में रूह को तरह ,
अब तुम्हे भूल जाना आसान नहीं हैं।
चुप रहा में शिकायते करते रहे तुम,
अब जाना खुद होना आसान नहीं हैं।
बलिदान देकर भी मुस्कुराती है ममता उसकी,
खुदा कहता है औरत होना आसान नहीं हैं
बाप के पैसो पर दुनिया ख़रीदता था,
खुद की दो रोटी कामाना आसान नहीं हैं।
दमन पर दाग लगते है बहुत तभी
चमकता छुआ चाँद होना आसान नहीं हैं
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