White कुरान पढ़ लिया कर,ख़ुदा को मानने वाले।
मुफ़्तियान-ए-इस्लाम ही ख़ुदा नही होता।
तालीम में लाया कर,गीता की रूहानियत को,
बूत-खाना ही सिर्फ ईश का घर नही होता।।
मुकेश गोगड़े
मुफ़्तियान-ए-इस्लाम-इस्लाम के पारखी लोग।
तालीम-अमल करना।
बूत-खाना-मूर्ति पूजा का स्थान।
©kavi mukesh gogdey
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here