Tanzim Khan

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#विचार #S_KILLER #S_A #sv #S  White ऐसी कहानियों के लिए मेरा यू ट्यूब चैनल है 👉👉Tanzim story 7866👈👈प्लीज आप मेरी मदद किजिए मेरी 🙏🙏

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#कविता  White एक रेस्टोरेंट में कई बार देखा गया  कि, एक व्यक्ति (भिखारी) आता है और भीड़ का लाभ उठाकर नाश्ता कर चुपके से बिना पैसे, दिए निकल जाता है। एक दिन जब वह खा रहा था तो एक आदमी ने चुपके से दुकान के मालिक को बताया कि यह भाई भीड़ का लाभ उठाएगा और बिना बिल चुकाए निकल जाएगा।उसकी बात सुनकर रेस्टोरेंट का मालिक मुस्कराते हुए बोला – उसे बिना कुछ कहे जाने दो, हम इसके बारे में बाद में बात करेंगे। हमेशा की तरह भाई ने नाश्ता करके इधर-उधर देखा और भीड़ का लाभ उठाकर चुपचाप चला गया। उसके जाने के बाद, उसने रेस्टोरेंट के मालिक से पूछा कि मुझे बताओ कि आपने उस व्यक्ति को क्यों जाने दिया।रेस्टोरेंट के मालिक ने कहा आप अकेले नहीं हो, कई भाइयों ने उसे देखा है और मुझे उसके बारे में बताया है। वह रेस्टोरेंट के सामने बैठता है और जब देखता है कि भीड़ है, तो वह चुपके से खाना खा लेता है। मैंने हमेशा इसे नज़रअंदाज़ किया और कभी उसे रोका नहीं, उसे कभी पकड़ा नहीं और ना ही कभी उसका अपमान करने की कोशिश की.. क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी दुकान में भीड़ इस भाई की प्रार्थना की वजह से है वह मेरे रेस्टोरेंट के सामने बैठे हुए प्रार्थना करता है कि, जल्दी इस रेस्टोरेंट में भीड़ हो तो मैं जल्दी से अंदर जा सकूँ, खा सकूँ और निकल सकूँ। और निश्चित रूप से जब वह अंदर आता है तो हमेशा भीड़ होती है। तो ये भीड़ भी शायद उसकी "प्रार्थना" से है शायद इसीलिए कहते है कि मत करो घमंड इतना कि मैं किसी को खिला रहा हूँ.. क्या पता की हम खुद ही किसके भाग्य से खा रहे हैँ

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#कविता #sad_shayari  White गाँव में पहली बार सड़क बनी तो बच्चे सड़क किनारे चप्पल खोल सड़क पर खेलने लगे।
क्योकि सड़क पर चप्पलों से मिट्टी जमा हो रही थी, जो सड़क की सुंदरता और नयेपन का धूमिल कर रही थी,
इसी को भोलापन कहा जाता है, ये ही मासूमियत कहलाती है,
जो सड़क के प्रति इन बच्चों के प्रेम को दर्शा रही है, इन्होंने सड़क को भी मंदिर के समकक्ष रखकर सम्मान दिया है, अहमियत दी है।

खूबसूरत... प्यारे बच्चों... ❤️🌹🙏🤗

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#sad_shayari अगर आप को ऐसी विडियो देकने के लिए ये यू ट्यूब चैनल लिंक पर क्लिक कीजिए 👉👉👉 https://youtube.com/@tanzimstory7866?si=79CeDoKtZoplQawr👈👈👈👈

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#कविता #S  White कहानी पुरा पढ़ना ❤️❤️❤️😭😭😭😭
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक माँ और उसके चार छोटे बेटे रहते थे। वे मिट्टी से बने एक साधारण घर में रहते थे, जिसकी छत पर फूस था और बरसात के मौसम में पानी टपकता था। परिवार को गुजारा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था, और उनकी गरीबी उनके फटे कपड़ों और नंगे पैरों से स्पष्ट थी।एक दिन, माँ बीमार पड़ गई, उसने जो अथक कष्ट झेले थे, उससे उसका शरीर कमज़ोर हो गया था। वह एक अस्थायी बिस्तर पर लेटी थी, उसका चेहरा पीला पड़ गया था और उसकी आँखें धँसी हुई थीं। उसके 6 से 12 साल के बेटे, उसकी आँखों में चिंता और भय से भरे हुए, उसके चारों ओर मंडरा रहे थे।अपनी भूख और थकान के बावजूद, लड़के बारी-बारी से अपनी माँ की देखभाल करते थे, पास के कुएँ से पानी लाते थे और चावल और दाल का अल्पाहार पकाते थे। वे गुजारा करने के लिए संघर्ष करते थे, लेकिन अपनी माँ के प्रति उनके प्यार ने उन्हें मज़बूत बनाए रखा।जैसे-जैसे दिन बीतते गए, माँ की हालत खराब होती गई और लड़कों की हताशा बढ़ती गई। उन्होंने अपने पड़ोसियों से मदद की भीख माँगी, लेकिन कोई भी ज़्यादा मदद नहीं कर सका। परिवार की स्थिति निराशाजनक लग रही थी, गरीबी और बीमारी के चक्र में फँसा हुआ था।फिर भी, लड़कों ने हार मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने साथ मिलकर काम किया, जो कुछ उनके पास था उसे बाँट दिया और अपनी माँ के ठीक होने के लिए प्रार्थना की। और धीरे-धीरे, उनके प्यार और देखभाल ने उसके घावों को भरना शुरू कर दिया, और वह ठीक होने लगी।जैसे ही माँ की ताकत वापस लौटी, परिवार की किस्मत बदलने लगी। लड़कों के लचीलेपन और प्यार ने सबसे बुरे समय को भी मात दे दी थी, और उनका छोटा सा मिट्टी का घर एक बार फिर हँसी और उम्मीद से भर गया था।

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#S अगर आप को हमारी कहानी पसन्द आए हो तो ये मेरा यू ट्यूब चैनल है 👉👉Tanzim story 7866👈💥💥🙏🙏🙏✍️✍️✍️

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#कविता  ✍️एक मूर्तिकार  ने  एक  बहुत  सुन्दर मूर्ति  बनाई और उसे  नगर  के  चौराहे  पर रख दिया  और   नीचे  लिख  दिया  कि  जिस किसी  को , जहाँ  भी   इस में  कमी  नजर  आये  वह  वहाँ  निशान  लगा  दे ।
 जब  उसने  शाम  को मूर्ति देखी तो सारी मूर्ति पर बहुत सारे निशान लग चुके थे।
यह  देख  वह  बहुत  दुखी  हुआ ।
 उसे कुछ  समझ  नहीं  आ  रहा  था  कि  अब  क्या  करे  वह  दुःखी  बैठा  हुआ  था  । 
 तभी  उसका एक मित्र  वहाँ  से  गुजरा  उसने  उस  के  दुःखी होने  का  कारण  पूछा  तो  उसने  उसे  पूरी  घटना बताई ।
  उसने कहा  एक  काम  करो कल दूसरी मूर्ति बनाना  और  उस मे  लिखना  कि जिस  किसी  को  इस मूर्ति  मे जहाँ  कहीं  भी कोई  कमी  नजर  आये  उसे  सही  कर  दे  ।
   उसने  अगले  दिन  यही  किया  ।  शाम  को  जब उसने  अपनी मूर्ति देखी  तो  उसने  देखा  की मूर्ति  पर  किसी  ने  कुछ  नहीं  किया ।                                                                               वह  संसार  की  रीति  समझ गया ।   
   "कमी  निकालना ,  निंदा  करना ,   बुराई  करना आसान   लेकिन  उन  कमियों  को  दूर  करना  अत्यंत  कठिन  होता  है। 
जब दुनिया यह कह्ती है कि 
      ‘हार मान लो’
 तो आशा धीरे से कान में कह्ती है  कि.,,,,
 ‘एक बार फिर प्रयास करो’
      और यह ठीक भी है..,,,
 "जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.,,,
 वेस्ट करो तो भी पिघलती है,,,,,,
 इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना  सीखो, 
    वेस्ट तो हो ही रही है.,,,

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