White कि चूम लूं लब तेरे, गर इज़ाजत है।
तु मेरा हमनशीं, मेरी इबादत है।
लाखों उठतीं होंगी दुआएं, हक में तेरे
उनकी जरुरत हैं तू,
पर मेरे लिए तु मेरी आदत है।।
लोग तमाम लगें हैं जिस्म नोचने
इश्क के नाम पर
मैंने उसकी परछाई की पेशानी चूम ली
और मेरा इश्क मुक्कमल हो गया।।
तेरे माथे पर जो शिकन आए
कि लब चूम लू तेरे
मैं वो वाहिद हकीम हूं
जो चूम के जहर फना कर दे।।
©kishori lal bror
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