लिखती हूँ कुछ, कुछ तुम पढ़ कर बताना किस तरह चलता है ज़िंदगी का फ़साना..❣️ 📿शंभू🙏 तारीफ़ का शौक नहीं, आरज़ू बस इतनी है बेजुबां जज़्बात लिखावट में बयां कर सकूं 🤗
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