इस दिल मे प्यार था कितना,
वो जान लेते तो क्या बात होती,
हमने माँगा था उन्हें ख़ुदा से,
वो भी माँग लेते तो क्या बात होती !
0 Love
मै कोई माचिस की तीली नहीं हु. जो थोड़ा सा धर्षण लगते ही सुलग उठे. मैं स्वयं को शांत सरोवर कि तरह रखता हूं.कोई अंगारा भी फैंके तो, वह खुद ही बुझ जाता है. (कुनाल)
मै कोई माचिस की तीली नहीं हु. जो थोड़ा सा धर्षण लगते ही सुलग उठे. मैं स्वयं को शांत सरोवर कि तरह रखता हूं.कोई अंगारा भी फैंके तो, वह खुद ही बुझ जाता है. (कुनाल)
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