देखते ही देखते चंचलताये सारी गम्भीरताओ में बदल रही है ,
गम्भीरताए सारी भावनाओं में बदल रही है ।।
ये भावनाएं सारी संवेदनाओ बदल रही है और
संवेदनाये सारी कल्पनाओं में बदल रही है ।।
याद रहता नहीं कुछ अब जिम्मेदारियों में ज़िन्दगी उलझ सी रही है , उलझ के ज़िन्दगी की समझ बदल रही है ।।
समझ कर ज़िन्दगी को अब , ज़िन्दगी को जी रहे है ।।
Mann❤️
©Neetu Maurya
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