।।विचार कर्णिका।।
ये देश मेरा है, हमारा है, अपना है, कोई समझे ना समझे पर मैं ठीक से समझता हूं।
क्योंकि इसके कण कण का मैं और मेरा परिवार ऋणी है, और हमारा कर्त्तव्य है, कि हम इसके लिए जिए। परंतु जो भारती के कार्य और राष्ट्रीय कार्य में बाधक होगा, वो उसी प्रकार के दंड का भागी भी होगा, अतः यह समझने की बात है, की हम भारत के भारत का कण कण हमारा है। जो साथ है उनका स्वागत है, जो नहीं है उन्हें भी प्रणाम है, लेकिन जो बाधक के रूप में आगे आएंगे तो उन्हें कठोर उत्तर तो मिलेगा, इतना वो समझले ... बाकी तो अब समझदार है समझ ही गए होंगे..... जय हो ...
इसलिए don't worry bol hari
योगेश कुमार मिश्र"योगी"
©Yogesh Kumar Mishra"yogi
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