आज फिर बचपन जी लिया हमने ।
जिनकी आँचल में छुपा करते थे,
उस माँ के साथ एक कप चाय पी लिया हमने ।
जिंदगी की बागडोर में फुर्सत का रुख करते थे,
उस भाई को फिरसे रूबरू कर लिया हमने ।
वो पड़ोस में जो बच्चे दिखा करते थे,
उन बच्चों की हठों पर मुस्का दिया हमने ।।
आज फिर बचपन जी लिया हमने ।।२।।
जिनके साथ बारिशों में भीग जय करते थे,
उनको videocall किया हमने ।
दरवाजे के पीछे जो गेंद बल्ले पड़े थे,
आज भाइयों के साथ cricket खेल लिया हमने ।
चौखट पे खड़े जो बारिशों को निहारते थे
आज किवाड़ पर चढ़ कर नज़रों में उतार लिया हमने ।
आज फिर बचपन जी लिया हमने ।।२।।
जो टीवी पे रामायण के हनुमान हम बना करते थे,
आज बच्चों में वो हनुमान देख लिया हमने ।
रात में तारों को देख सपना देखा करते थे,
आज उन टिमटिमाते तारों में सपना देख लिया हमने ।
रिमोट हांथो में आया तो,
ninja,popye,jerry देख लिया हमने ।
आज फिर बचपन जी लिया हमने।।२।।
@आदित्य
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