gd morning dosto ,
kaise h aap sab ??
Aapke apne h hum koi begane nhi......
yaad karke dekhiye humse aap anjane nhi.....
Lo aa gai fir shayro ki mahfil me ....
humari andaje shayri se bhi aap hume pahchane nhi...
aap ke apne h hum koi begane nhi ....
मेरे यार के घर होता है ,आपका आना -जाना
हाल कैसा हैं ,उसका ये पुछकर हमें बताना
संग ले जाना , एक छोटा सा नजराना
जब भी वो देखे आपको , उसके लवों पे हंसी फैलाना
एक लड़की दुल्हन के जोडें मे सजी हुई अपने प्यार से आखरी बार मिलनेआई और कुछ इस तरह वह अपने दिवाने को समझा रही है..............
जिस दिन उठेगी डोली मेरी ,
अपने दिल से मुझे भूला देना तुम
अपने यारो को घर पे बुला कर
अपनी महफिल को फिर से सजा लेना तुम
बाबुल के सर का ताज हूं मैं
अपने भैया का लाज हूं मैं
कैसे उनको बदनाम करूं
मां के आंचल में कैसे दाग भरूँ
खता मेरी तू माफ करना
एक पल भी ना तू मुझे याद करना
भूलकर के मुझे , नई दुनिया बसा लेना तुम
अपने दिल से मुझे भूला देना तुम
डोली .....दोस्तो लेखक हालात और जज्बात पर अपने अल्फाज के मोती पिरोते है ...हम भी बस वही करते अगर जाने अनजाने हमारे लिखे अल्फाजो से किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो क्षमा करें।यहां एक लाइन है महफिल सजा लेना ...जिसका अर्थ है अपने दोस्तो के साथ फिर से पहले की तरह रहना ।।।
#nojotohindi#Nojoto
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