तुझे देख कर उमड़ती हसरतें मेरी हैं
तेरी तस्वीर पे उंगलियां मैनें सुबह शाम फेरी हैं
ये जो लिखता हूं मै इसमें मेरा कोई हुनर नहीं
मेरी शायरी का असर तो मोहब्बत तेरी हैं।
मै मेहनत कश इंसान हूं कोई चोर बेईमान नहीं हूं
मुश्किलें लाख सही मगर अब परेशान नहीं हूं
कोई चाहे बुरा मेरा क्या फर्क पड़ता है
मै दाता तेरे इंसाफ से अनजान नहीं हूं।
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