क्या पता कल कौन जीतेगा
या कौन हारेगा.."
गरीब की रोटी तो साहब हर हाल में भागेगा.."
कोई हार का मातम,
तो कोई जीत का जश्न मनायेगा.."
कुछ महीने वो भागे थे
देख अब कुछ साल तुझे भगाएगा.."
गुनाह तो तेरी ही है
जो सोचा चंद रुपिया लेकर लोकतंत्र लायेगा.."
कल चार लिया था किसी से,
देख लेना आठ में चुकायेगा.."
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©Alone Happy
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