न जाने ये जिंदगी हर रोज कहाँ ले जा रही है जीना सीखा रही है या हाँथ से फिसली जा रही है
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_____ सत्य वचन ✒️ .......... सारी ऊम्र तो कोई जीने की.. वजह नहीं पूछता.. लेकिन..!! .......... मौत वाले दिन..
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