राह सरल नहीं होगी ये जानते थे हम
पथरो के रास्ते भी आएंगे
और समुन्द्र सा सन्न रहकर आगे भी चलना होगी
रेगिस्तान भी आयेगा मंज़िल के पथ पर
हवाओं का तेज तूफ़ान भी होगा
हर क़दम संभल के रखना होगा
बंजर भूमि भी होगी
पानी की तलाश भी होगी
अतः अन्त मे कड़कती चमचमाती
बिजली के साथ
झमाझम बरसात भी होगी ।।।।
@pnwr&
मैंने अक्सर कहते सुना है
हर किसी का अच्छा वक़्त आता है
रब की मर्ज़ी का इंतज़ार तो हम भी कर रहे है
अच्छा वक़्त सबका आया
रब ने सबको नवाजा
हर बार उस वक़्त में हमारा ही नाम ना आया
टूट चुकी अब आस
हौसले भी हुए पस्त
बिखरा हुआ सा आलम हुआ
रब से भी रही ना कोई अरदास
@pnwr&
क्यों बैठी हैं दुविधा में
अतीत से अपने क्लांत हुए,
जो गुज़रे पल जहरीले थे
आज क्यों उनके जाम पिएं।
छटृक के पांव फेक बेड़ियां
बंदिशों को अब त्याग किए,
भर ले कुछ ऊचीं उड़ाने
पंखों को आज़ाद किए।।
@pnwr&
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