ये सारे लोग तो अब बस तिजारत कर रहे हैं
मगर हम हैं कि देखो बस मोहब्बत कर रहे हैं
हम घोंसला है घोंसला रहने दें हमको
जबरन आप क्यों हमको इमारत कर रहें हैं
तुम बेवफा हो मन में आया बोल बैठे
ये ना समझो कि तुमसे हम शिकायत कर रहें हैं
दोगी न जो मांगू मैं तो तुमको छोड़ दूंगा
जो इश्कां कर नहीं पाए सियासत कर रहे हैं
वो बोले देखिए ना आप हमको मुस्कुराकर
' पथिक' जी आप क्यों दिल पे यूं आफत कर रहे हैैं
- ईशान ' पथिक'
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