सुबह उठते ही तेरा सजदा करती हूं
सुबह उठते ही तेरा सजदा करती हूं
तु याद रख एक तुझसे ही वफ़ा करती हूं
यूं तो बहुत है चाहने वाले
यूं तो बहुत है चाहने वाले
लेकिन एक तेरी ही चाहत की दुआ करती हूं
ये जो कुछ lines मै लिखती हूं
ये जो कुछ lines मै लिखती हूं
वो भी तेरे ही नाम करती हूं।।
ये जो अल्फाज़ है मेरे, महज अल्फाज़ नहीं
तुम मोहब्बत हो मेरे, तुम्हें ये भी एहसास नहीं।।
यूं तो इबादत नहीं किया करते थे किसी की
यूं तो इबादत नहीं किया करते थे किसी की
चाहत तेरी लगी फिर इबादत की आदत सी होने लगी
:-Damini Banjare...
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