माँ की तो बात ही अलग हैं उससे तो मुझे पैदा होने से पहले ही प्यार हो गया ....
फिर संसार में आकर एक इन्सान से मिला ,दोस्ती हुई और कुछ वक्त बाद , घोड़ा बना के उसी पे स्वार हो गया .........
जिसकी आंखों में चाहे थोड़ा गुस्सा सा रहता था ,पर काफी सुकून भरा था.....
जब भी मैने कुछ मांगा उसने तुरंत ही लाकर मेरी हथेली पे धरा था ......
मेरे हर सुख- दुख को परे कर वो मेरे लिए हर मुस्कुराहट लाया था .....
अपनी कंधों की फरारी पे उसने मुझे सरा जग घुमाया था ....
Natural Morning Jisne kabhi hasna sikhaya tha.......
har ek baat pe khud ko mera or mujhe apna btaya tha......
aaj jab usne thukraya gya to lga ki sayad me, aaj ya kal nhi hmesha uske liye praya tha....(RKN)
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