English
A Father. A Husband . An activist. A Poet. An Optimistic
चिरागों के अपने घर नहीं होते जहाँ जलते हैं , वहीं रौशनी बिखेर देते हैं ©Pranjal Nautiyal
Pranjal Nautiyal
9 Love
एक बार माँ ने हँसकर कहा कि, तू मेरे लिए मेरा बेटा ही रहेगा छूवेगा तू आसमाँ पर, मेरे लिए तू छोटा ही रहेगा छोटे कदमो से तू नाप ले दुनिया माँ का आँचल उससे बड़ा ही रहेगा हर दुआ में शामिल मेरा प्यार रहेगा जा मेरे बेटे तू सदा आबाद रहेगा और छू नहीं पायेगी कोई तकलीफ तुझे तेरे सर पे मेरा सदा आशीर्वाद रहेगा #Mother ©Pranjal Nautiyal
11 Love
हर हर महादेव ©Pranjal Nautiyal
दिल से खेलना और सम्हालना कोई उनसे सीखे इस कदर वाकिफ है वो इस हुनर से कि दिल तोड़ भी देते हैँ और अश्क़ निकलने भी नहीं देते ©Pranjal Nautiyal
13 Love
दिल से दिल की बात हम कह बी न पाए न जाने कैसा रिश्ता था की पास वो बैठे थे और दिल की सदा सुन भी न पाए ऐसे अश्क बहा रहे हैँ आज मय्यत पे मेरी जैसे कुछ कहना था उन्हे बरसों से छिपे दिल के राज़ को ©Pranjal Nautiyal
10 Love
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