आओ कही मिल बैठकर बातें करे 🥂
दो शब्द तुम कहो
और हम पूरी कहानी कहें ।
आओ कही बैठें ,
जहाँ सिर्फ हम हो ,
कोई आवाज़ भी नही हो
सिर्फ एकांत हो
न चिड़ियाँ चहचाये न भँवरे गुनगुनाएं
न लफ्ज़ तुम कहो न कोई लफ्ज मै कहूँ
फिर भी मै सुन सकूं तुम्हें
और तुम मुझे सुनों
बहुत सी बातें हैं
जिनसें तुम अनजान हो ,
कहना है मुझे ....
कई बातें लफ्जों में कहाँ बयां होती है
हो सके तो तुम समझों मुझे ।
आओ कही बैठे
एक बार मै गले लगकर
जी भर कर रो लू
शायद कही सुकून मिल जाये मुझे
तुम मुझे सलाह भी मत देना मुझे
फिर भी शायद
कई समस्या हल हो जाये मेरी
आओ कही बैठे
©Kavi
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here