White ये मन एक सवाल हमेशा करता हैं
जितना याद करते है हम क्या आप भी करते होंगे.......
दिल कब टूटकर चाहने लगा पता ही नही चला
क्या कभी अकेले बैठकर मेरी तरह मेरी याद में,
दो आंसू आप भी बहाते होंगे .........
बहुत तकलिफ होता है जब आपसे बात न हो पाए ,
क्या आप भी इस तकलीफ से गुजरते होंगे ......
एक वक्त था जब हम अपनेआप में बिलकुल अकेले थे
ये डर हमेशा सताता है कही अकेलापन बाटने की
गलती तो नही कर दिए
पर विश्वास हाथ थाम के कहता है शायद अभी तक तो नही
इतनी उम्मीद करता है ये मन आपसे की,
समंदर की गहराई भी कम पड़ जाए
क्या उम्मीदों के ये भवर आपके मन में भी उठते होंगे......
ये मन एक सवाल हमेशा करता है.............................
और बस करता है ...............
©SHIVANGI PATEL
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