puja kashyap

puja kashyap

  • Latest
  • Popular
  • Video
#कविता #kashyaps_diary #Kashyap  अगर एक 'दिन' का अर्थ ही जीवन होता,
और बाकी दिन जो मिलता वो बोनस होता,
तो हर एक दिन से मोह थोड़ा ज्यादा होता,
साल की नहीं बल्कि हर सेकेंड की क़ीमत होती,
कोई टाल-मटोल,अगर-मगर की ना गुंजाईश होती,
हर मसला फटाफट सुलझा लिया जाता,
मतभेद और द्वेष को सालों ना घसीटा जाता,
प्यार के इजहार में अर्सा ना गवाया जाता,
झटपट विवादों का हल निकाल लिया जाता,
एक-दूसरे को जी भरकर झप्पी ले लिया जाता,
जब तब कोई किसी को आड़े हाथों ना लेता,
हिंसा और नफ़रत का बाजार कम लगाया जाता,
ये तेरा,ये मेरा का शोर, हर तरफ कम उठाया जाता,
प्यार, मुस्कान, दरियादिल चारों और निखरता जाता,
अगर मन में 'समय ही समय है' का भ्रम ना होता!
#kashyap's_diary

©puja kashyap

#kashyaps_diary ye jeewan

226 View

#valentinespecial #कविता #Kashyap  "रूप से ऊपर रूह"
💕💕
#Kashyap's_diary

'ऑपेरशन ज़िंदगी' चाहे आये कोई आपदा या हो कोई अन्य मुसीबत, हर हाल में जान लिए हाज़िर है,इस देश की सेना, निर्भय, निःस्वार्थ, निरंतर हर मुश्किल से वो लड़ते, जान अपनी जोखिम में डाल,देते जीवनदान दूसरों को, इसे केवल कर्तव्यों का पालन समझने की भूल ना करें हम, लोहे का जिगर और साहस से भरा कलेजा होना चाहिए, 'ऑपेरशन ज़िंदगी' की सफलता, एक बार फिर याद दिलाती, नकली स्टंट करने वाले नहीं बल्कि सेना ही हमारे असली हीरो हैं। #kashyaps_diary ©puja kashyap

#Independence2021 #कविता #kashyaps_diary  'ऑपेरशन ज़िंदगी'


चाहे आये कोई आपदा या हो कोई अन्य मुसीबत,
हर हाल में जान लिए हाज़िर है,इस देश की सेना,
निर्भय, निःस्वार्थ, निरंतर हर मुश्किल से वो लड़ते,
जान अपनी जोखिम में डाल,देते जीवनदान दूसरों को,
इसे केवल कर्तव्यों का पालन समझने की भूल ना करें हम,
लोहे का जिगर और साहस से भरा कलेजा होना चाहिए,
'ऑपेरशन ज़िंदगी' की सफलता, एक बार फिर याद दिलाती,
नकली स्टंट करने वाले नहीं बल्कि सेना ही हमारे असली हीरो हैं।
#kashyaps_diary

©puja kashyap

"पापा" भोले-भाले, सीधे-साधे, हैं बड़े ही प्यारे हमारे पापा, दिल के इतने नाजुक की, बात-बात पर वो पिघल जाए, जब बात आये मासूमियत की तो, बच्चों को भी पीछे वो छोड़ जाए, पल में हँस देना, पल में रो देना, हर पल को जी भर के फिर जी लेना, सच्चे मन के हैं इतने की, कोई खोट नहीं उनके मन में, परिवार से बढ़कर उनके लिए, कोई और धन नहीं जीवन में, जान-प्राण सब बसता है उनका, अपने हर एक बच्चे में, चाहे दिन कोई भी हो, ना चूकते किसी को याद करने में, शाम के 6 बजे नियमित रूप से, एक-एक को वो फ़ोन मिलाते, हाल-चाल जान सबका, फिर काम कोई वो दूजा करते, ऐसी असीम ममता तो माँ में ही सुना और देखा था, पर पापा भी हमारे, भरे हुए हैं ऐसी करुणा और ममता से। #kashyaps_diary ©puja kashyap

#कविता #kashyaps_diary #zindagikerang  "पापा"

भोले-भाले, सीधे-साधे,
हैं बड़े ही प्यारे हमारे पापा,

दिल के इतने नाजुक की,
बात-बात पर वो पिघल जाए,

जब बात आये मासूमियत की तो,
बच्चों को भी पीछे वो छोड़ जाए,

पल में हँस देना, पल में रो देना,
हर पल को जी भर के फिर जी लेना,

सच्चे मन के हैं इतने की,
कोई खोट नहीं उनके मन में,

परिवार से बढ़कर उनके लिए,
कोई और धन नहीं जीवन में,

जान-प्राण सब बसता है उनका,
अपने हर एक बच्चे में,

चाहे दिन कोई भी हो,
ना चूकते किसी को याद करने में,

शाम के 6 बजे नियमित रूप से,
एक-एक को वो फ़ोन मिलाते, 

हाल-चाल जान सबका,
फिर काम कोई वो दूजा करते,

ऐसी असीम ममता तो माँ में ही सुना और देखा था,
पर पापा भी हमारे, भरे हुए हैं ऐसी करुणा और ममता से।
#kashyaps_diary

©puja kashyap

"ठंड और बारिश" ठंड में जब-जब बारिश होती, गरीबों की मरन को और बढ़ाती, पहले तो शीतलहर और कोहरा ही था घना, चारों ओर सन्नाटा और वीरानी था पड़ा, पर जब आसमा ने भी सितम ढाया, तो तकलीफ उन्होंने कई गुना बढ़ा पाया, अब तक तो ले अपनी झोपड़ी की शरण, कुछ लकड़ियां जला,भर लेते ऊष्मा अपने भीतर, पर अब तो छत भी चुने लगी टप-टप, लकड़ियां भी गीली पड़ी हैं लथपथ, किस चीज़ का सहारा ले वो खुद को छुपाए, क्या चीज़ जला कर थोड़ी गर्मी पाए, दौ जोड़ी कपड़े उनके सुख नहीं पाते, ठंड में अधनंगा हुए, वे ठिठुरे जाते, दौ वक्त की रोटी भी नसीब ना होती, आधा पेट भरा,थर-थर काँपते जाते, गरज-गरज जहाँ बादल खूब तेज बरसता, आँखों से टप-टप उनके आँसू की धारा बरसता। #kashyaps_diary ©puja kashyap

#कविता #kashyaps_diary #Dark  "ठंड और बारिश"

ठंड में जब-जब बारिश होती,
गरीबों की मरन को और बढ़ाती,

पहले तो शीतलहर और कोहरा ही था घना,
चारों ओर सन्नाटा और वीरानी था पड़ा,

पर जब आसमा ने भी सितम ढाया,
तो तकलीफ उन्होंने कई गुना बढ़ा पाया,

अब तक तो ले अपनी झोपड़ी की शरण,
कुछ लकड़ियां जला,भर लेते ऊष्मा अपने भीतर,

पर अब तो छत भी चुने लगी टप-टप,
लकड़ियां भी गीली पड़ी हैं लथपथ,

किस चीज़ का सहारा ले वो खुद को छुपाए,
क्या चीज़ जला कर थोड़ी गर्मी पाए,

दौ जोड़ी कपड़े उनके सुख नहीं पाते,
ठंड में अधनंगा हुए, वे ठिठुरे जाते,

दौ वक्त की रोटी भी नसीब ना होती,
आधा पेट भरा,थर-थर काँपते जाते,

गरज-गरज जहाँ बादल खूब तेज बरसता,
आँखों से टप-टप उनके आँसू की धारा बरसता।
#kashyaps_diary

©puja kashyap

#Dark

11 Love

"जलता दिया ना बुझा देना" बेसुमार तमन्नाएं भरे हुए, हर दिल लालिमा से तर-बतर रहता है , अरमानों की एक लौ प्रज्वलित किये, भीतर प्रकाश से भरा रहता है,  उन आशाओं और अभिलाषाओं से, बाकी दुनिया निर्मोही रहती है, पर जिस कलेवर में वो धधकते हैं, उस जान से भी प्रियतम बन जाते है।  इसलिए कभी नादानी में, किसी के बढ़ते कदम देख,उसे गिरा ना देना, कहीं जाने-अनजाने, अपनी बेसुधी में,किसी की सांसो को तुम छीन ना लेना, बड़ी ही जहमत से,तिनका-तिनका बुन कर,कोई दशकों से सपने संजोता हैं, कहीं बिन सोचे-समझे,अपनी रोब में, उन्हें छन में चकनाचूर ना कर देना। बेशक़, बेहद सरल है,किसी को बस देख, बेधड़क एक राय बना लेना,  आलोचनाएं एवं व्यंग करने पर भी,बदले में कोई कीमतें नहीं चुकानी होती,   पर किसी की दास्तान से जो हो बेख़बर ,तो कोई टिपन्नियां उसपे न कर देना, कहीं किसी नाज़ुक दिल के धड़कन की, थमने की वज़ह, ना बन जाना। अपेक्षाओं और तुलनाओं की जो फितरतें हैं, उनका त्याग अब कर देना,   किसी की ज़िंदगी से भी बढ़ के,अगर गुरुर हो जाएं,तो उन्हें दफन कर देना, बहुत ही अनमोल हर एक जीवन है उसे हार-जीत के तराजू पर न तौल देना, चाहे खेल तुम जो भी खेलने जाओ,कभी कोई जीवन को दावं पे न लगा देना। ©puja kashyap

#कविता #Butterfly  "जलता दिया ना बुझा देना"


बेसुमार तमन्नाएं भरे हुए, हर दिल लालिमा से तर-बतर रहता है ,

अरमानों की एक लौ प्रज्वलित किये, भीतर प्रकाश से भरा रहता है,

 उन आशाओं और अभिलाषाओं से, बाकी दुनिया निर्मोही रहती है,

पर जिस कलेवर में वो धधकते हैं, उस जान से भी प्रियतम बन जाते है।


 इसलिए कभी नादानी में, किसी के बढ़ते कदम देख,उसे गिरा ना देना,

कहीं जाने-अनजाने, अपनी बेसुधी में,किसी की सांसो को तुम छीन ना लेना,

बड़ी ही जहमत से,तिनका-तिनका बुन कर,कोई दशकों से सपने संजोता हैं,

कहीं बिन सोचे-समझे,अपनी रोब में, उन्हें छन में चकनाचूर ना कर देना।


बेशक़, बेहद सरल है,किसी को बस देख, बेधड़क एक राय बना लेना,

 आलोचनाएं एवं व्यंग करने पर भी,बदले में कोई कीमतें नहीं चुकानी होती,

  पर किसी की दास्तान से जो हो बेख़बर ,तो कोई टिपन्नियां उसपे न कर देना,

कहीं किसी नाज़ुक दिल के धड़कन की, थमने की वज़ह, ना बन जाना।


अपेक्षाओं और तुलनाओं की जो फितरतें हैं, उनका त्याग अब कर देना,

  किसी की ज़िंदगी से भी बढ़ के,अगर गुरुर हो जाएं,तो उन्हें दफन कर देना,

बहुत ही अनमोल हर एक जीवन है उसे हार-जीत के तराजू पर न तौल देना,

चाहे खेल तुम जो भी खेलने जाओ,कभी कोई जीवन को दावं पे न लगा देना।

©puja kashyap

#Butterfly

10 Love

Trending Topic