एक अरसे से दिल में एक दर्द था
कहीं किसी कागज पर तेरा क्युं जिक्र नहीं
तुमने तो बच्चे को जन्म दिया है
फिर दुनिया को तेरी क्यों फिक्र नहीं
हर नाम से जुड़ा है क्युं
बस पिता का ही साया
हर पल
औलाद की सांसो में जीने वाली
तू जगत जननी तू जाया*
आज तेरा नाम जोड़ा है
अपने नाम से पहले मैंने
कि,
तुझको शिकायत ना रहे
कि,
मुझे भी तेरी फिक्र नहीं
अब,
जब कोई पुकारेगा मुझे
बिना तेरे हो पाएगा
कभी भी मेरा ज़िक्र नहीं
रचनाकार गायक मुक्ता विपुल दोशी
👉अर्थ
जाया* - विवाहित स्त्री जो मां बन चुकी है
©Singer vipul doshi
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