प्रेम की शुरुआत निकट लोगो और संबंधो की देखभाल और दायित्व से होती है, वो निकट सम्बन्ध जो आपके घर में हैं
400 Love
जो खुद खुश रहते है उनसे दुनिया खुश रहती है
377 Love
320 Love
रात के सन्नाटे में, चाँद की तन्हाई को, भला किसने समझा...... भला कौन समझे.. !
356 Love
रात भर चलती रही उँगलियाँ मोबाईल पर...। किताब सीने पर रखकर सोये हुए एक जमाना हो गया...
339 Love
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