English
""जज्बातो को दिल से बाहर निकाल लेता हूँ,फिर उन्हें श्याही में डुबोकर पन्ने पर उतार देता हूँ,""
https://youtu.be/niFJmZC8D50
सोचते सोचते आंख भटक गई, देखा तो पतीली से चाय फिसल गई।।
Balराम Sisauदिया
9 Love
Hope कोई इस उम्मीद में लिखता है, पढ़ने वाला अपना हो, पर दस्तूर है दुनिया का, जिसके लिए लिखो उसे छोड़ पढ़ता पूरा जमाना है ।
13 Love
आओ दोस्ती की नींव मज़बूत करते हैं तुम जय श्री राम बोलना हम नमाज़ अदा करते हैं ।
35 Love
ख़ामोश बैठा वो खुद में ही डूबा था, तभी उसकी नई तस्वीर दिख गई, हाय, बंदा धड़कने थाम नहीं पाया ।।
18 Love
Take my hand and पकड़ लो हांथ मेरा फिर से तुम आज फिर आसमान छूने का मन है ।।
25 Love
Miss you ख्याल रखना कहकर वो ख्यालों में रह जाते हैं सुना है उनकी मंजिल अलग है, फिर वह अपनी मंजिल को चले जाते हैं और ख्यालों के हो जाते हैं।
28 Love
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