हुस्न में मलिका फूलो में गुलाब जैसी हो
आंखों में समुन्दर मानो दिखने में ख्वाब जैसी हो
होंठो में अमृत मानो हंसी में फुलवाड जैसी हो
चाल में हिरनी वैसे किसी खुमार जैसी हो
हुस्न में मलिका फूलो में गुलाब जैसी हो ।
- गौरव शर्मा
हुस्न में मलिका फूलो में गुलाब जैसी हो
आंखों में समुन्दर मानो दिखने में ख्वाब जैसी हो
होंठो में अमृत मानो हंसी में फुलवाड जैसी हो
चाल में हिरनी वैसे किसी खुमार जैसी हो
हुस्न में मलिका फूलो में गुलाब जैसी हो ।
- गौरव शर्मा
31 Love
तेरी शान से हर एक शायर की पहचान है
तू नही रहा तो क्या तू तो अब भी हमारी जान है।
ॐ शाँति शाँति
मैने तुझे कुछ इस कदर चहाया है
कि तूने मुझे नही हा मैंने तुझे पाया है।
- गौरव शर्मा
56 Love
बादलो ने चाँद के नूर को छुपा लिया है
कि बादलो ने चाँद के नूर को छुपा लिया है
मेरी हूर ने आज किसी और को अपना बना लिया है
अब जी कर करे भी तो क्या करे
हमे तो जमाने ने जमाने से छुपा लिया है।
- गौरव शर्मा
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